चांडिल डैम पर ही गिरा है ट्रेनी विमान, कल्याणपुर गांव में मिला प्रशिक्षु व प्रशिक्षक पायलट का शव, लापता विमान की खोज में जुटे भारतीय नौसेना के जांबाज
चांडिल। जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद लापता हुए ट्रेनी विमान का पता चल गया है। अबतक संभावनाओं के आधार पर अलग अलग क्षेत्रों में खोजबीन की जा रही थी। आज सुबह प्रशिक्षु पायलट का शव बरामद होने के बाद यह तय माना जा रहा है कि चांडिल डैम पर ही ट्रेनी विमान गिरा है। मंगलवार सुबह विमान के लापता होने के 48 घंटे बाद प्रशिक्षु पायलट शुभ्रदीप दत्ता का शव आज बरामद हुआ। नीमडीह थाना क्षेत्र के कल्याणपुर में डैम किनारे शव पाया गया। कल्याणपुर निवासी राजेंद्र महतो आज सुबह मछली पकड़ने के लिए डैम किनारे पहुंचा था, जहां उन्होंने शव को पानी में तैरते हुए देखा, जिसकी जानकारी उन्होंने ग्रामप्रधान पंचानन महतो को दी। ग्रामप्रधान पंचानन महतो ने तत्काल मामले की जानकारी चांडिल बांध समिति के सदस्यों को दी। इसके बाद बोट के माध्यम से शव को चांडिल डैम नौका विहार तक लाया गया। वहीं, पोस्टमार्टम के लिए शव को सरायकेला सदर अस्पताल भेजा गया। वहीं, आज शाम 5 बजे प्रशिक्षक पायलट जीत शत्रु आनंद का शव भी बरामद कर लिया गया है। बोट से शव को नौका विहार तक लाया जा रहा है।
इससे पहले बुधवार को दिनभर एनडीआरएफ की टीम ने सर्च अभियान चलाया, जिसमें किसी तरह की सफलता नहीं मिली। एनडीआरएफ टीम से काम नहीं होता देख जिला प्रशासन ने केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री सह रांची के सांसद संजय सेठ से मदद मांगी थी, जिसपर संजय सेठ की पहल से भारतीय नौसेना की एक टीम को रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया है। संजय सेठ के निर्देश पर विशेष विमान से 15 सदस्यीय भारतीय नौसेना की टीम कल रात को ही रांची एयरपोर्ट पहुंच गई थी, जो आज सुबह चांडिल डैम पहुंचा। वहीं, सभी प्रकार की तैयारी पूरी करने के बाद दोपहर से रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई हैं। लापता विमान को खोजने के लिए भारतीय नौसेना की टीम विभिन्न प्रकार के उपकरण का उपयोग कर रही हैं।
आज सुबह प्रशिक्षु पायलट शुभ्रदीप दत्ता का शव बरामद होने के बाद प्रशिक्षक पायलट जीतशत्रु आनंद की खोज की जा रही थी। संभावना जताई जा रही थी कि पायलट जीतशत्रु आनंद डैम के पानी से तैरकर बाहर निकल गया है। इसके लिए स्थानीय प्रशासन तथा ग्रामीणों द्वारा डैम के आसपास के सभी टापू एवं जंगल में खोजबीन किया जा रहा था। पायलट जीतशत्रु आनंद के परिजन भी चांडिल डैम नौका विहार पहुंचे हैं। परिजनों को विश्वास था कि जितशत्रु आनंद जीवित हैं और डैम से बाहर निकल चुका है। लेकिन अभी अभी उसका शव पाया गया है। मृतक जितशत्रु आनंद के पिता रामबालक प्रसाद भारतीय रेलवे के सेवानिवृत्त पदाधिकारी हैं, वह रेलवे में सिक्योरिटी असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर अपनी सेवा दे चुके हैं।