सुअर मारने का आरोपी डाठु सिंह हुआ रिहा – वन विभाग के खिलाफ लड़ाई में मिली सफलता, ईचागढ़ विधानसभा के स्थानीय नेताओं और आम जनता को मिली जीत
चांडिल। पिछले दिनों दलमा वन्यप्राणी आश्रयणी में सुअर का शिकार करने के कथित आरोप में नीमडीह थाना क्षेत्र के बांधडीह गांव निवासी डाठु सिंह को वन विभाग ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जिसे बुधवार को रिहा कर दिया गया है। यह तभी संभव हो पाया है जब ईचागढ़ विधानसभा के सभी स्थानीय नेताओं और ग्रामीणों ने एकजुटता का परिचय देते हुए वन विभाग के खिलाफ आंदोलन किया। पिछले दिनों वन विभाग द्वारा कथित जंगली सुअर का शिकार करने के आरोप में डाठु सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद दलमा तराई क्षेत्र के ग्रामीणों में वन विभाग को लेकर आक्रोश फैल गया था। ग्रामीणों ने सभी राजनीतिक और गैर राजनीतिक संगठन के नेताओं से न्याय दिलाने की गुहार लगाई थी, जिसको लेकर सभी राजनीतिक दलों के साथ साथ स्थानीय ग्रामीण वन विभाग के खिलाफ गोलबंद हो गया और अंततः विशाल आंदोलन की तैयारी कर दी थी।
विगत दिनों 2 जुलाई को ईचागढ़ विधानसभा के सभी स्थानीय नेताओं के नेतृत्व में ग्रामीणों ने मानगो, जमशेदपुर स्थित दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी का कार्यालय घेराव किया था और वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया था। उस कार्यक्रम में ईचागढ़ विधानसभा के सभी राजनीतिक एवं गैर राजनीतिक दलों के स्थानीय लोग शामिल हुए थे। कार्यक्रम में भाजपा, झामुमो, आजसू, कांग्रेस आदि राजनीतिक दलों के लोग अपने दलों के विचारधारा के बंधन को तोड़कर एक मंच पर आए थे, वह दृश्य वाकई बहुत ही सुखद था। उस कार्यक्रम के बाद ऐसा माना जा रहा है कि ईचागढ़ विधानसभा के लोग अब अपने हक, अधिकार और न्याय के लिए एकजूट हो रहे हैं।
उस कार्यक्रम में पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष सह भाजपा नेता देवाशीष राय, नीमडीह जिला परिषद सह आजसू नेता असित सिंह पात्र, झामुमो के पूर्व जिला सचिव सुखराम हेम्ब्रम, पूर्व जिला परिषद सह भाजपा नेता मधुसूदन गोराई, आजसू केंद्रीय महासचिव हरेलाल महतो के अनुज रुद्रप्रताप महतो, कांग्रेस नेता गुरुचरण कर्मकार समेत सभी संगठन के लोग शामिल हुए थे।
वन विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों ने डाठु सिंह की रिहाई के साथ साथ विभिन्न मांग रखी थी। जिसपर वन विभाग ने तत्काल विभागीय प्रकिया पूरी करते हुए डाठु सिंह को रिहा कर दिया। बुधवार को डाठु सिंह को रिहा करने के बाद समाजसेवी सुखराम हेम्ब्रम ने उसका स्वागत किया तथा बधाई दी। इस अवसर पर सुखराम हेम्ब्रम ने कहा यह ईचागढ़ विधानसभा के जनता की जीत है। उन्होंने कहा कि आगे भी इसी तरह से अपने क्षेत्र के जनता के पक्ष में आंदोलन करेंगे। जनता के हर सुख दुख में भागीदार बनना ही हमारी प्राथमिकता है। सुखराम हेम्ब्रम ने कहा जिन मुद्दों पर हमारे जनप्रतिनिधियों को आगे आना चाहिए, वह दूर दूर तक दिखाई नहीं देते हैं। इसके कारण हम सभी स्थानीय लोगों को एकजुट होना जरूरी हो गया है।
पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष सह भाजपा नेता देवाशीष राय ने कहा कि अत्याचार और अन्याय के विरुद्ध संघर्ष करने के लिए हम सदैव तत्पर हैं। दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी क्षेत्र के ग्रामीणों के ऊपर वन विभाग का दमन दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा था, इसलिए यह आंदोलन जरूरी था। उन्होंने कहा कि आंदोलन का सकारात्मक परिणाम आज हमारे सामने है, इसके लिए क्षेत्र की जनता बधाई के पात्र हैं।
नीमडीह जिला परिषद सह आजसू नेता असित सिंह पात्र ने कहा कि जिस तरह से क्षेत्र के स्थानीय लोगों ने एकजुटता का परिचय दिया था, उसी तरह से हम सभी को आगे भी एकजुट रहने की जरूरत है। वन विभाग हो या अन्य कोई भी विभाग हो, जब भी जनता के हित के विरुद्ध कोई मामला सामने आएगा तो हमलोगों को एकसाथ मिलकर लड़ाई लड़ने की जरूरत है।