नीमडीह रेल टेका – कुड़मी एसटी आंदोलन के 19 आरोपियों को रेल मजिस्ट्रेट ने दी जमानत
जमशेदपुर। कुड़मी (महतो) समुदाय द्वारा पिछले साल एसटी दर्जा की मांग पर झारखंड के नीमडीह समेत अन्य स्थानों पर रेल टेका आंदोलन किया गया था। सरायकेला – खरसावां जिले के नीमडीह में हजारों की संख्या में कुड़मी समुदाय के लोगों ने रेलवे ट्रैक को जाम किया था। रेलवे ट्रैक जाम करने तथा सरकारी संपत्ति का नुकसान करने के आरोप में जयराम महतो (बोड़ाम निवासी) समेत 70 नामजद तथा 1500 अज्ञात के विरुद्ध रेलवे ने मामला दर्ज किया था। आज उसी मामले में कुल 19 नामजद आरोपियों को जमानत मिली।
रेलवे कांड संख्या RA 3409/2023 को लेकर अधिवक्ता रतन लाल महतो ने जमशेदपुर रेलवे मजिस्ट्रेट के यहां जमानत याचिका दायर किया था। पिछले दिनों 15 मार्च को ही सात आरोपियों को मजिस्ट्रेट ने जमानत दे दी थी। वहीं, मंगलवार को 12 नामजद आरोपी को जमानत दी गई। जमानत पाने वालों में जयराम महतो, पद्मलोचन महतो, शंकर चन्द्र महतो, चिनिवास महतो, फाल्गुनी महतो, मोतिलाल महतो, कृष्ण पद महतो, गिरिधारी महतो, रवि महतो, बंशी महतो, शिवनाथ महतो, रघुनाथ महतो आदि शामिल हैं। इस मौके पर जयराम महतो ने कहा कि चाहे हजारों मामले दर्ज हो जाए और बार बार जेल जाना पड़े, हमलोग झुकेंगे नहीं। यह आंदोलन जारी रहेगा, जब तक कुडमियों को एसटी का दर्जा प्राप्त नहीं हो जाता है।
बता दें कि झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में रह रहे कुड़मी (महतो) समुदाय द्वारा लगातार आंदोलन किया जा रहा है। वे कुड़मी समुदाय को एसटी का दर्जा देने की मांग पर आंदोलन कर रहे हैं। इस कड़ी में रेल टेका, डहर छेका आदि आंदोलन हो चुके हैं। हाल ही में पुरुलिया के हुलहुली मैदान में कुडमियों का महजुटान हुआ था, जहां बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए थे।