जमशेदपुर लोकसभा में एक फूल दो माली, एक ही प्रत्याशी पर झामुमो और जयराम की नजर – झामुमो के निर्णय पर टिकी है टाइगर जयराम की निगाहें
जमशेदपुर। एनडीए ने जमशेदपुर लोकसभा समेत झारखंड के 11 सीटों के लिए अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। जबकि गिरिडीह सीट आजसू के खाते में जाने की प्रबल संभावना है। शेष बचे धनबाद और चतरा सीट पर भी जल्द ही प्रत्याशी घोषित किया जा सकता है। लेकिन इंडिया गठबंधन और जेबीकेएसएस (टाइगर जयराम महतो) ने अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा अबतक नहीं किया है। हालांकि, गिरिडीह लोकसभा से स्वयं जयराम महतो चुनाव लड़ेंगे, इसकी घोषणा उन्होंने स्वयं की है। इन दिनों जयराम महतो गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र में मेहनत कर रहे हैं और खूब पसीना बहा रहे हैं। पर, यहां बात जमशेदपुर लोकसभा की है, जहां इंडिया गठबंधन और जेबीकेएसएस (टाइगर जयराम महतो) ने प्रत्याशी घोषित करने के मामले में चुप्पी साध रखी है। इंडिया गठबंधन की ओर से यह बात स्पष्ट है कि किसी नए चेहरे पर दांव खेलने की तैयारी है, क्योंकि जमशेदपुर सीट से सूबे के सीएम चंपई सोरेन की प्रतिष्ठा जुड़ी हुई हैं। जमशेदपुर सीट पर जीत हासिल करने के सीएम चंपई सोरेन एड़ी चोटी जोर लगाने को तैयार हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कमर कस ली है। हाल ही में जमशेदपुर के बिष्टुपुर में आयोजित कार्यक्रम में सीएम चंपई सोरेन ने झामुमो कार्यकर्ताओं को चुनाव की तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया है। उन्होंने बातों ही बातों में जमशेदपुर सीट पर झामुमो का दावा पेश किया और बड़ी जीत हासिल करने का भी ऐलान कर दिया है।
सीएम चंपई सोरेन की सक्रियता से भाजपा भी परेशान हैं। एक तरफ सीएम पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं, इस बीच खास समय निकाल कर चंपई सोरेन लगातार जमशेदपुर लोकसभा चुनाव की तैयारियों की जानकारी ले रहे हैं। जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्र के एक एक बूथ की स्वयं मोनिटरिंग कर रहे हैं। प्रतिदिन जमशेदपुर जिला समिति के नेताओं से संपर्क कर रहे हैं। हालांकि, इन दिनों पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की धर्मपत्नी कल्पना मुर्मू भी खूब मेहनत कर रही हैं। कल्पना मुर्मू जमशेदपुर लोकसभा सीट के लिए ऐसे प्रत्याशी की तलाश कर रही हैं जो अश्वमेध का अजेय घोड़ा साबित हो और भाजपा को पटखनी दे सके। फिलहाल जमशेदपुर से झामुमो का टिकट लेने के लिए आस्तिक महतो, डॉ सुभेन्दू महतो आदि के नाम चर्चाओं में है। लेकिन, आलाकमान इन दोनों ही दावेदारों को पसंद नहीं कर रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार टाइगर जयराम महतो ने झामुमो नेता आस्तिक महतो के समक्ष अपनी पार्टी जेबीकेएसएस से टिकट देने का प्रस्ताव रखा है। इस संबंध में आस्तिक महतो से दो – तीन दौर की वार्ता भी हो चुकी हैं। जेबीकेएसएस के नेतागण लगातार आस्तिक महतो पर डोरे डाल कर अपनी ओर खींचने के प्रयास में जुटा है। अब आस्तिक महतो झामुमो आलाकमान के निर्णय की प्रतीक्षा में हैं। यदि झामुमो से उन्हें टिकट दिया जाता है तो ठीक, अन्यथा वह जेबीकेएसएस के टिकट से चुनाव लड़ेंगे।
यानी कि कुल मिलाकर वर्तमान में जमशेदपुर की राजनीति में फ़िल्म “एक फूल दो माली” का दृश्य देखने को मिल रहा है। एक तरफ आस्तिक महतो झामुमो से टिकट पाने की आस लगाए बैठे हैं तो दूसरी ओर टाइगर जयराम महतो उन्हें अपनी पार्टी में शामिल कराकर टिकट देने को व्याकुल हैं। अब जमशेदपुर सीट को लेकर टाइगर जयराम महतो की निगाहें झामुमो के निर्णय पर टिकी हैं। यदि आनन फानन में झामुमो ने आस्तिक महतो को टिकट दे दी, तो जयराम महतो अपनी पार्टी के लिए अन्य किसी धाकड़ प्रत्याशी को मैदान में उतारेंगे। लेकिन यदि झामुमो की ओर से आस्तिक महतो को टिकट नहीं दिया जाता है तो जेबीकेएसएस के टिकट पर उनका चुनाव लड़ना तय है। अब देखने वाली बात होगी कि जमशेदपुर की राजनीति किस ओर मोड़ लेती हैं।