नीमडीह : झामुमो नेता सुखराम हेम्ब्रम ने किया फाड़ेंगा में महिला छौ नृत्य का उद्घाटन, कहा – युवाओं को जानना चाहिए संस्कृति का महत्व
चांडिल । रामनवमी के अवसर पर नीमडीह प्रखंड के दलमा तराई में बसे फाड़ेंगा गांव में बजरंगबली की पूजा हुई। वहीं, रात्रि में छौ नृत्य का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि झामुमो के वरिष्ठ नेता एवं स्वच्छ चांडिल – स्वस्थ चांडिल के संस्थापक सुखराम हेम्ब्रम शामिल हुए, जहां ग्रामीणों ने उनका भव्य स्वागत किया। सुखराम हेम्ब्रम ने बजरंगबली के प्रतिमा के समक्ष मत्था टेका और क्षेत्र वासियों के सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान उन्होंने नारियल फोड़कर व फीता काटकर मानभूम शैली के महिला छौ नृत्य का उद्घाटन किया। मौके पर सुखराम हेम्ब्रम ने कहा कि युवाओं को हमारे संस्कृति का महत्व जानना चाहिए। उन्होंने कहा कि काफी तेजी से बीते दो दशक में बहुत कुछ बदलाव हुआ है, आधुनिकता की दौड़ में हमारी संस्कृति पीछे छूट रही हैं। हमारे हर एक संस्कृति और परंपरा के पीछे एक कहानी है, एक रहस्य है, जिसे वर्तमान युवा पीढ़ी को जानना चाहिए। सुखराम हेम्ब्रम ने कहा कि हमारे कला, संस्कृति और परंपरा में मनोरंजन के साथ परिश्रम झलकती है और पूर्वजों का संदेश भी छिपा हुआ है। इसलिए हम सभी लोगों को अपने पूर्वजों के उस संदेश को समझना होगा और जितने भी कला, संस्कृति व परंपरा है, उनका संरक्षण हेतु प्रयास करना होगा।
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बता दें कि सोलोआना कमिटी, फाड़ेंगा द्वारा आयोजित छौ नृत्य में महिला छौ दल ने भाग लिया। इसमें तालपात जयग्राम छौ नृत्य अकादमी, उस्ताद पुष्पा रानी (पुरुलिया, प० बंगाल) तथा माँ बासुली भण्डार पुआड़ा शालडीह आदिवासी महिला छौ नृत्य समिति, उस्ताद आशा महतो (पुरुलिया, प० बंगाल) के महिला कलाकारों ने प्रस्तुति दी। महिला कलाकारों द्वारा की गई छौ नृत्य देख दर्शक अचंभित रह गए। महिलाओं ने एक से बढ़कर एक कहानियों का मंचन किया। महिला छौ नृत्य देखने को नीमडीह क्षेत्र के विभिन्न गांव से बड़ी संख्या में दर्शकों की भीड़ उमड़ी थी।