महिलाओं के साथ राक्षसी कृत्य करने वालों पर जल्द सजा हो, यह जरूरी है : पीएम
पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर कहा कि आज महिलाओं के ख़िलाफ़ हो रहे अपराध को गंभीरता से लिया जाना ज़रूरी है। दोषियों में डर पैदा करने की ज़रूरत है।मोदी ने कहा कि महिलाओं के साथ होने वाले अपराध की जल्द से जल्द जांच हो, राक्षसी कृत्य करने वालों को जल्द से जल्द सजा ही, यह जरूरी है।
पीएम बोले मैं कहना चाहूंगा कि जब बलात्कार की घटनाएं होती हैं तो वो मीडिया में छाया रहता है लेकिन जब ऐसे राक्षसी कृत्य करने वालों को सजा होती है तो वह ख़बर नहीं बनता।
पीएम मोदी कहते हैं मुझे लगता है कि समय आ गया है जब ऐसे कृत्य करने वालों की खबरें बनें, यह डर बनाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि महिलाओं की भागीदारी और नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है लेकिन उनके साथ अत्याचार चिंता की बात है।
आज 15 अगस्त के मौके पर भारत अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किला पर तिरंगा फहराया और देश को संबोधित किया।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज हमारे देश के लिए मर मिटने वाले हज़ारों वीर सपूतों को याद करने का दिन है। देश उनका ऋणी है और ऐसे हर महापुरुष के लिए हम अपना श्रद्धाभाव अर्पित करते हैं। इस साल और पिछले कुछ सालों से प्रकृतिक आपदा के कारण हमारी चिंताएं बढ़ी हैं। इसमें कई लोगों ने अपना परिवार और संपत्ति खोई है। राष्ट्र ने भी नुक़सान झेला है। मैं उनके प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और विश्वास दिलाता हूं कि यह देश संकट की घड़ी में उनके साथ खड़ा है।
युवा हों, महिला हों या आदिवासी हों सभी ने ग़ुलामी के ख़िलाफ़ जंग लड़ी है। इतिहास गवाह है कि 1857 स्वतंत्रता संग्राम से पहले भी कई आदिवासी क्षेत्रों मे आज़ादी की लड़ाई लड़ी जा रही थी। उस समय की आबादी के हिसाब से 40 करोड़ देशवासियों ने वह जज़्बा दिखाया कि वे एक सपना और संकल्प लेकर चलते रहे।
पीएम मोदी ने कहा कि अगर 40 करोड़ लोग ग़ुलामी की बेड़ियों को तोड़ सकते हैं तो देश के मेरे 140 करोड़ नागरिक और परिवारजन हर चुनौती को पार करते हुए समृद्ध भारत बना सकते हैं। हम 2047 में विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं।