मुआवजा राशि भुगतान किए बगैर डुबोए जा रहे ग्रामीणों के घर व खेत – भाजपा नेता देवाशीष राय ने एसडीओ व एसडीपीओ को ज्ञापन सौंपकर चांडिल डैम का जलस्तर 179 आरएल तक रखने की मांग की
चांडिल। सरायकेला – खरसावां जिले के पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष सह भाजपा नेता देवाशीष राय ने आज अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को चांडिल डैम के जलस्तर बढ़ने से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में डैम का जलस्तर 179 आरएल पर स्थिर रखने की मांग की है। ज्ञापन के माध्यम से देवाशीष राय ने कहा है कि पिछले आपदा प्रबंधन की बैठक में चांडिल डैम के जलस्तर को कम रखने की चर्चा हुई थी ताकि बाढ़ की स्थिति उत्पन्न न हो। लेकिन वर्तमान में डैम का जलस्तर 181. 6 से ऊपर जा रही हैं। वहीं, ज्ञापन में बताया गया है कि सुवर्णरेखा परियोजना द्वारा झारखंड सरकार से 183 आरएल अधिसूचित गांवों के रैयतदारों को मुआवजा राशि भुगतान हेतु 14778 रुपये की मांग की गई हैं लेकिन झारखंड सरकार द्वारा अबतक उक्त राशि परियोजना को भुगतान नहीं किया गया है। इससे स्पष्ट हो जाता है कि झारखंड सरकार तथा विभाग द्वारा 183 आरएल के तहत प्रभावित गांवों के रैयतदारों को मुआवजा राशि भुगतान नहीं किया गया है।
चांडिल डैम के बढ़ते जलस्तर को लेकर देवाशीष राय ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सुनील कुमार राजवार से मुलाकात की और मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से कहा गया कि यदि बगैर मुआवजा राशि भुगतान के ग्रामीणों को डुबोया जाएगा तो उनका उग्र होना और सड़क पर उतरना स्वाभाविक होगा, जिससे विधि व्यवस्था को बनाए रखना मुश्किल हो सकता है। अपने घर व खेत डूबने पर ग्रामीण कानून के विरुद्ध कदम उठाने को बाध्य होंगे। इसलिए मामले को संज्ञान लेते हुए आवश्यक कार्रवाई करें। जिसपर एसडीपीओ सुनील कुमार राजवार ने न्यायोचित कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है।
इस अवसर पर मीडिया से बातचीत करते हुए देवाशीष राय ने कहा कि चांडिल डैम के 44 गांवों के अनेकों रैयतदारों को उनका मुआवजा राशि भुगतान नहीं किया गया है, यह बात विभागीय पत्रों में भी उल्लेख है। इस परिस्थिति में डैम का जलस्तर बढ़ाकर ग्रामीणों के घर व खेतों को डुबाने का कार्य बिल्कुल अनुचित एवं अमानवीय है। उन्होंने कहा कि यदि अनुमंडल पदाधिकारी के माध्यम से समस्या का समाधान नहीं होता है तो न्यायालय में सुवर्णरेखा परियोजना के अभियंताओं के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
ज्ञात हो कि पिछले दिनों अनुमंडल पदाधिकारी की अध्यक्षता में अनुमंडल कार्यालय में आयोजित आपदा प्रबंधन की बैठक में पूर्व जिप उपाध्यक्ष देवाशीष राय भी मौजूद थे। वह रक्षा राज्यमंत्री सह रांची सांसद संजय सेठ के प्रतिनिधि के रूप में उक्त बैठक में शामिल होकर डैम का जलस्तर 179 आरएल रखने का सुझाव दिया था, जिसपर परियोजना के अधिकारियों व प्रशासन ने सहमति जताई थी। इसके बावजूद डैम का जलस्तर 179 मीटर से बढ़ाकर 181 मीटर से अधिक भंडारण किया जा रहा है।