तिरुलडीह : जिला खनन पदाधिकारी ने किया 20 लाख सीएफटी बालू सीज व तीन ट्रैक्टर जप्त – स्थानीय पुलिस की भूमिका पर लग गया प्रश्नचिन्ह, जानें पूरा मामला
(रिपोर्टर : सम्भू सेन)
चांडिल। जिला खनन पदाधिकारी ने बीती रात को अवैध बालू खनन, भंडारण और परिवहन के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की है। इस कार्रवाई से अवैध बालू कारोबारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि सरायकेला – खरसावां जिले के तिरुलडीह थाना क्षेत्र के सुवर्णरेखा नदी के विभिन्न घाटों पर जिला खनन पदाधिकारी ज्योति शंकर साथपति ने बीती रात को छापेमारी की। इस दौरान उन्होंने विभिन्न स्थानों पर रखे गए अवैध बालू को सीज किया है। वहीं, तीन ट्रैक्टर को जप्त किया है। जिला खनन पदाधिकारी ने सुवर्णरेखा नदी किनारे भंडारण किए गए 20 लाख सीएफटी अवैध बालू को सीज किया है। आज सुबह जप्त किए गए तीन ट्रैक्टर को तिरुलडीह पुलिस को सौंप दिया गया और अज्ञात लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराया गया है।
मजे की बात यह है कि जिला खनन पदाधिकारी ज्योति शंकर सथपति ने छापेमारी के दौरान जिला पुलिस लाइन से ही पुलिस बल अपने साथ ले लिया था। खनन पदाधिकारी ने तिरुलडीह पुलिस को छापेमारी की भनक लगने नहीं दी। छापेमारी के तहत तीन ट्रैक्टर जप्त करने तथा विभिन्न घाटों में छापेमारी पूरी करने के बाद तिरुलडीह पुलिस को उन्होंने सूचना दी, इसके बाद तिरुलडीह पुलिस पहुंची थी। आम तौर पर छापेमारी के दौरान स्थानीय पुलिस को भी सूचना दी जाती हैं। छापेमारी के दौरान स्थानीय पुलिस भी साथ रहती हैं लेकिन यहां ऐसा नहीं हुआ। कहीं न कहीं जिला खनन पदाधिकारी को यह आशंका थी कि छापेमारी की जानकारी स्थानीय पुलिस को दिए जाने पर गोपनीयता भंग हो सकती थी और कार्रवाई में बाधा उत्पन्न हो सकता है। इस घटना के बाद तिरुलडीह पुलिस की कार्यशैली को लेकर चर्चा हो रही हैं। बगैर स्थानीय पुलिस की जानकारी के जिला खनन पदाधिकारी द्वारा छापेमारी किया जाना, तिरुलडीह पुलिस की भूमिका पर भी प्रश्नचिन्ह खड़े हो रहे हैं। आखिर खनन पदाधिकारी द्वारा स्थानीय पुलिस को सूचना दिए बगैर छापेमारी करने के पीछे क्या कारण हो सकता है?
इस संदर्भ में जिला खनन पदाधिकारी ज्योति शंकर सथपति का कहना है कि गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की जाती हैं। छापेमारी की गोपनीयता को बरकरार रखने के उद्देश्य से पुलिस लाइन से ही पुलिस बल प्रतिनियुक्त किया गया था। उन्होंने बताया कि ईचागढ़ थाना क्षेत्र के जारगोडीह में जेएसएमडीसी के बालू यार्ड का भी निरीक्षण किया गया तथा बालू घाट इंचार्ज को जरूरी निर्देश दिया गया है।