नीमडीह : मातकमडीह में आज आदिवासी भूमिज समाज का दिशोम सरहुल महोत्सव
चांडिल। नीमडीह प्रखंड के टेंगाडीह पंचायत अंतर्गत मातकमडीह में आज आंचलिक सरहुल महोत्सव समिति की ओर से आयोजित राष्ट्रीय सरहुल महोत्सव का आयोजन किया गया है। इस महोत्सव में बड़ी संख्या में आदिवासी भूमिज समाज के लोगों की उपस्थिति रहती हैं। सरहुल महोत्सव के कार्यक्रम में सुबह सबसे पहले आदिवासी समाज के लाया (पाहन) द्वारा दिशोम जाहेर थान पर पूजा अर्चना की जाएगी। वहीं, पूजा सम्पन्न होने के पश्चात प्रसाद एवं फूल वितरण किया जाएगा। इसके बाद आदिवासी महिलाओं व पुरुषों द्वारा पारंपरिक गीत एवं सरहुल नृत्य किया जाएगा।
बता दें कि मातकमडीह स्थित दिशोम जाहिरा थान में नीमडीह क्षेत्र के आदिवासियों द्वारा प्रतिवर्ष दिशोम सरहुल महोत्सव मनाया जाता है। यहां महिला, पुरूष, बड़े, बुजुर्ग व युवाओं द्वारा उत्साहपूर्वक सरहुल पूजा किया जाता है। वहीं, नृत्य संगीत भी होता है। यहां सरहुल महोत्सव मनाने के लिए बड़ी संख्या में लोगों का जुटान होता है। आदिवासियों के साथ साथ क्षेत्र के मूलवासी समाज के लोग भी सरहुल में शामिल होकर प्रकृति पूजा करते हैं।
चांडिल अनुमंडल के गोलचक्कर, गांगूडीह समेत तमाम दिशोम जाहेर थान पर आज ही के दिन जनजाति समुदाय के सभी जातियों द्वारा दिशोम सरहुल पर्व मनाया जाता है। इस दौरान पूजा में सराई (साल) के फूल का उपयोग किया जाता है। वहीं, सराई फूल को कानों में लिया जाता है, इसे प्रकृति का आशीर्वाद माना जाता है। सराई फूलों को कानों में फंसाकर पारंपरिक नृत्य किया जाता है। बड़े ही उत्साह से यह पर्व झारखंड, बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ समेत आदिवासी बहुल राज्यों में मनाया जाता है।