कला व संस्कृति से झारखंड के गहरा संबंध : कार्तिक महतो
चांडिल । लेंगडीह में वार्षिक चांडिल अनुमंडल स्तरीय सार्वजानिक टुसू मिलन समारोह का आयोजन किया गया। यह मेला स्थानीय लोगों के बीच कार्तिक मेला के नाम से प्रसिद्ध है। जहां झारखंड, पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों से लगभग एक लाख से अधिक महिला – पुरुष की भीड़ उमड़ी। मेला में मनोहरपुर के यूवा झूमूर सम्राट रंजित महतो, लोकप्रिय यूट्यूब कलाकार सुनीता राणा एवं लिपनी रानी के लोकप्रिय गीतों ने दर्शकों को जमकर झुमाया। यहां कलाकारों के मधुर गीतों ने लोगों का मन मोह लिया।
इस अवसर पर मेला के संस्थापक सह आयोजक विश्वरंजन महतो उर्फ कार्तिक महतो ने जन सैलाब को संबोधित करते हुए कहा कि हमलोग अपने अतीत को मेला एवं संस्कृति के माध्यम से याद करते हैं। भारतीय संस्कृति अपने मेला त्योहारों के लिए मशहूर है। टुसू मेला झारखंड में सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है और इसे बड़े उत्साह और खुशी के साथ मनाया जाता है। ऐसे मेला में संस्कृति की विविध रूपों का दर्शन होता है। उन्होंने कहा कि कला और संस्कृति से झारखंड के गहरा संबंध है। झारखंड राज्य को सीमाओं से अलग नहीं किया गया है, बल्कि यह राज्य सांस्कृतिक पहचान पर आधारित है।
यहां मेले में आकर्षक टुसूओं का आगमन हुआ था। टुसू समितियों द्वारा नृत्य प्रस्तुति दी गई। वहीं, मेला कमिटी ने आकर्षक टुसूओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस मौके आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव हरेलाल महतो, कार्यकारी प्रखंड प्रमुख रामकृष्ण महतो, भाजपा महामंत्री मधुसूदन गोराई, झामुमो के वरिष्ठ नेता सुखराम हेंब्रम, समाजसेवी राकेश वर्मा, नीमडीह मुखिया संघ के अध्यक्ष वरुण कुमार सिंह, समाजसेवी खगेन महतो, पूर्व जिप सदस्य अनिता पारित, मुखिया सुभाष सिंह, मुखिया प्रतिनिधि भोलानाथ सिंह आदि उपस्थित थे।