चांडिल : बाल गोपाल और यशोदा मैया की कथा श्रवण कर भावविभोर हुए श्रद्धालु, कथावाचक ने बताया गोपाष्टमी का रहस्य, दूर – दराज के रिश्तेदार भी पहुंच रहे चिलगु
चांडिल। प्रखंड के चिलगु में श्रीमद्भागवत कथा प्रचारक समिति द्वारा आयोजित सप्ताहव्यापी सनातन धर्म सम्मेलन के तहत प्रतिदिन संध्या काल में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा श्रवण करने बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जुट रही हैं। चिलगु में आयोजित कार्यक्रम की जानकारी होने के बाद दूर दराज के रिश्तेदार एवं सगे संबंधियों का आगमन हो रहा है, जो बड़े चाव से कथा श्रवण कर रहे हैं।
रविवार को श्रीमद्भागवत कथा में बाल गोपाल, यशोदा मैया तथा नटखट कन्हैया की कथा सुनाई गई, जिसे सुन श्रद्धालु भावविभोर हो गए। यहां कथावाचक गिरिधारी शास्त्री महाराज द्वारा नटखट कन्हैया की कथा सुनाई गई तो सभी के चेहरों पर मुस्कान देखने को मिली। वहीं, जब यशोदा मैया संवाद सुनाई गई तो सभी लोग भावुक हो उठे। इस दौरान कथा वाचक ने बाल गोपाल के बचपन तथा गोपाष्टमी का रहस्य बताया। उन्होंने कहा कि जिस दिन श्रीकृष्ण पहली बार गाय चराने निकले थे, उसी दिन को गोपाष्टमी के रूप में मानते हैं। उस से भगवान श्रीकृष्ण स्वयं गौ माता की सेवा शुरू किया था, इसलिए हमें भी गौ माता सेवा करना चाहिए। गौ माता की सेवा का मार्ग स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने हम मनुष्यों को दिखाया है।
इस मौके पर पंडित गोपाल कृष्ण महापात्र, भीम महापात्र, दुर्योधन गोप, शिवचरण राजवार, गौतम धीवर, मुन्ना मोदक, फणीभूषन गोप, रंजीत गोप, बिष्णु गोप, किष्टो दास, देव महापात्र, मिथुन चक्रवर्ती, ननि गोपाल गोप आदि मौजूद थे।