आपातकाल और लोकतंत्र की हत्या विषय पर आयोजित संगोष्ठी में भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना
सरायकेला – खरसावां। जिला भाजपा कार्यालय में आपातकाल और लोकतंत्र की हत्या विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के बहाने कांग्रेस पर निशाना साधा गया। जिलाध्यक्ष उदय सिंहदेव की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ श्यामा प्रशाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। इस अवसर विषय पर प्रकाश डालते हुए उदय सिंहदेव ने कहा कांग्रेस, भाजपा पर आरोप लगाती है लेकिन उसने बार बार संविधान से खिलवाड़ किया है। बाबा साहब के संविधान की हत्या कई बार ख़ुद कांग्रेस पार्टी ने किया है। इसी कारण आज के दिन को हम काला दिन के रूप में याद करते है।
संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित भाजपा नेता जेबी तुबिद ने अपने संबोधन में कहा कि वह 1975 में जब पटना में पढ़ाई कर थे, उस समय छात्र आंदोलन ज़ोर पकड़ चुका था। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण के आह्वान पर पूरे देश में आंदोलन चल रहा था, जिससे घबराकर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा कर दी थी। उन्होंने कहा कि संविधान के चारों स्तंभ को इंदिरा गांधी ने पंगु बना दिया था। आपातकाल की समय सीमा छह महीने की होती है, लेकिन उसका दुरुपयोग करते हुए उसे कई बार बढ़ाया गया था। जेबी तुबिद ने कहा कि आपातकाल के दौरान लोगों पर जुल्म ढाए गए, जबरन नसबंदी तक करवाया गया था। विपक्ष के सभी बड़े नेताओं को जेल में डाला दिया गया। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस की स्तिथि चोर मचावे शोर वाली है। कांग्रेस की देन है कि आज भी नौकरशाही हावी है और लोकशाही कमजोर है। हम भाजपा के कार्यकर्ताओं को लोकशाही को मज़बूत बनाने का काम करना है। इसके अलावा कार्यक्रम को भाजपा नेता रमेश हाँसदा, शकुंतला माहली, मीनाक्षी पटनायक, राकेश मिश्रा, ठाकुरदास महतो ने संबोधित किया। जबकि, कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री मधु सूदन गोराई ने किया।
गोष्ठी संपन्न होने के पश्चात भाजपाइयों ने काला बिल्ला लगाकर पैदल मार्च निकाला। पैदल मार्च के माध्यम से लोगों को आपातकाल की याद दिलाई गई। इस मौके पर राकेश सिंह, राजा सिंहदेव, मनोज चौधरी, मनोज तिवारी, कुबेर सारंगी, संजय सरदार, कृष्णा प्रधान, राजकुमार सिंह, बद्री दरोग़ा, मंजु बोदरा, सूर्या देवी, रीता दुबे, रूपा पति, ललन शुक्ला, दिवाकर सिंह आदि मौजूद थे।