मनसा पूजा पर धधकते अंगारों पर चलकर श्रद्धालुओं ने दिखाई हठभक्ति – नीचें देखें वीडियो 👇
चांडिल। झारखंड के विभिन्न हिस्सों में शनिवार को धूमधाम से माँ मनसा की पूजा अर्चना की गई। स्थानीय जलाशयों से गाजे बाजे के साथ महिलाओं, युवतियों तथा श्रद्धालुओं द्वारा बारी (कलश) उठाया गया, जिसे मंदिरों एवं घरों में स्थापना की गई तथा पूजा अर्चना की गई। वहीं, पूजा अर्चना संपन्न होने के बाद बकरा व बत्तख की बलि चढ़ाई गई। इस बीच श्रद्धालुओं के हठ धर्मी दृश्य भी देखने को मिला।
चांडिल प्रखंड के दालग्राम गांव में मां मनसा की पूजा विधि विधान के साथ किया गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने धधकते अंगारों पर चलकर हठ धर्मी दिखाई। झारखंड में आस्था के ऐसे दृश्य कई अवसरों पर देखने को मिल जाते हैं। वर्षों से चली आ रही इस परंपरा को स्थानीय भाषा में निया माड़ा कहा जाता हैं। मनसा पूजा के अवसर पर निया माड़ा का विशेष महत्व होता हैं। व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं द्वारा अंगारों पर नंगे पांव चलकर माता मनसा को प्रसन्न करने के लिए हठ धर्मी दिखाई जाती हैं। माना जाता है कि जब किसी श्रद्धालु की मनोकामना पूरी हो जाती हैं तो वह नंगे पांव अंगारों पर चलते हैं।
शनिवार को मनसा पूजा के अवसर पर दालग्राम में अनेकों बुजुर्ग, महिला, युवा ने अंगारों पर चलकर परंपरा का निर्वहन किया। हठ भक्ति के इस इस दृश्य को देखने के लिए आसपास के विभिन्न गांवों से हजारों लोग शामिल हुए थे। श्रद्धालुओं ने अंगारों पर चलने वाले व्रतियों पर माता मनसा की विशेष कृपा होती हैं। धधकते अंगारों पर चलने वालों के पैरों पर न छाले पड़ते हैं और न ही किसी तरह के कष्ट होते हैं, बड़े ही आसानी से वह अंगारों पर चलते हैं। इस मौके पर चांडिल कार्यकारी प्रमुख रामकृष्ण महतो, संदीप मण्डल, गौरांग दास, सुबोध साव, परेशनाथ महतो, समीर तंतुबाई, चुनू साव, बानेश्वर तंतुबाई आदि मौजूद थे।