चांडिल बाजार तक घुस आया विशालकाय हाथी, दहशत में डरे सहमे हुए हैं लोग – समाजसेवी सुखराम हेम्ब्रम ने बांटी टॉर्च लाइट व पटाखे
चांडिल। चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में जंगली हाथियों का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। क्षेत्र के लोग डरे सहमे हुए हैं। आए दिन हाथियों द्वारा ग्रामीणों के घर, चाहरदीवारी को तोड़ा जा रहा है। लोगों के बीच फिलहाल हाथी बड़ी समस्या बनकर सामने खड़ी है। क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों तथा वन विभाग द्वारा वैसी ठोस उपाय नहीं किया जा रहा है, जिससे हाथी की समस्या से ग्रामीणों को राहत मिल पाए।
हाल ही में एक विशालकाय हाथी चांडिल बाजार तक आ पहुंचा था। रविवार रात को एक हाथी चांडिल बाजार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आदि स्थानों पर भ्रमण किया। बीते कुछ दिनों से हाथी चांडिल बाजार के इर्द गिर्द घूमती नजर आ रही हैं। कल रात को उक्त हाथी ने सिंहभूम कॉलेज के आदिवासी छात्रावास के पीछे की चहारदीवारी को तोड़ दिया है। छात्रावास में रहने वाले छात्र भी डरे सहमे हुए हैं।
इधर, चांडिल बाजार के आसपास के ग्रामीण हाथी के आतंक से डरे हुए हैं और अपने जान माल की सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। आज बातकमकोचा के कुछ ग्रामीणों ने समाजसेवी सुखराम हेम्ब्रम से मुलाकात की और हाथियों के उत्पात पर चिंता व्यक्त की। समाजसेवी सुखराम हेम्ब्रम ने ग्रामीणों को हर संभव सहायता प्रदान करने का वादा किया। वहीं, सुखराम हेम्ब्रम ने ग्रामीणों को हाथी भगाने के लिए टॉर्च लाइट तथा पटाखे उपलब्ध कराया। सुखराम हेम्ब्रम ने कहा कि हाथियों के उत्पात से क्षेत्र के ग्रामीण चिंतित एवं भयवित हैं। यह बड़ी समस्या बनकर हमारे सामने आई हैं, जिसका अविलंब समाधान करने की दिशा में सभी को काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हाथियों के हमले से कई लोग मारे गए हैं और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं लेकिन यहां के जनप्रतिनिधि तथा वन विभाग मौन है। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।