राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य डॉ. आशा लकड़ा ने जिले के पदाधिकारियों संग की बैठक – विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की, दिया आवश्यक दिशा निर्देश
सरायकेला – खरसावां। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग की सदस्य डॉ. आशा लकड़ा की अध्यक्षता में जिला समाहरणालय सभागार में अनुसूचित जनजाति से संबंधित मामलों व सभी विभागों के योजनाओं में प्रगति से संबंधित समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला, पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लूणायत समेत जिला स्तरीय अन्य विभागीय पदाधिकारी, बीडीओ, सीओ आदि मौजूद रहे।
बैठक में डॉ आशा लकड़ा ने क्रमवार सभी विभाग अंतर्गत संचालित केंद्र एवं राज्य सरकार के योजनाओं में प्रगति की समीक्षा की तथा योजनाओं में अनुसूचित जनजाति की भागीदारी से संबंधित चर्चा की। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग का गठन अनुसूचित जनजातियों को शोषण के विरुद्ध सुरक्षा प्रदान करने के साथ साथ उनके सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक हितों की रक्षा करने के लिए की गई है। समीक्षा के क्रम में सर्वप्रथम जिला शिक्षा पदाधिकारी से जिले में शिक्षकों की उपलब्धता, विद्यालय भवनों की स्थिति एवं बच्चों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी लेकर अभियान चलाकर सभी ड्राप बच्चों को शिक्षा से जोड़ने तथा आवसीय विद्यालयों में बच्चों को सभी आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करने का निर्देश दिया गया। इसके पश्चात सिविल सर्जन से स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत जिला अस्पताल और प्रखण्ड स्तरीय अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं, चिकित्सकों, जीएनएम, एएनएम आदि के प्रतिनियुक्ति की जानकारी ली गई। अस्पतालों में चिकित्सकों के विजिट का रोस्टर तैयार कर स्थानीय अख़बार तथा सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार प्रसार कर रोस्टर का अनुपालन कराए जाने का निर्देश दिया गया। साथ ही सभी टीकाकरण का प्रशिक्षण दिये जाने का भी निर्देश दिया गया।
कल्याण विभाग की समीक्षा में उन्होंने अनुसूचित जनजातियों के कल्याण व विकास के लिए कार्यान्वित योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा- निर्देश दिए। आवासीय हॉस्टल में बालिकाओं की सुरक्षा व्यवस्था, साफ सफाई तथा बच्चों को ड्रेस एवं किताब निश्चित समय पर उपलब्ध कराने हेतु यथोचित कदम उठाने का निर्देश दिया गया। वहीं, सामाजिक सुरक्षा विभाग को सभी सुयोग्य लाभुक को पेंशन की योजना से आच्छादित करने की बात कही गई।
पशुपालन विभाग, वन विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमण्डल, समाज कल्याण, मनरेगा, आवास, उद्योग, जेएसएलपीएस आदि विभागों के अंतर्गत संचालित योजनाओं का समीक्षा के क्रम में निर्धारित लक्ष्य को ससमय पूर्ण कर योजना के उद्देश्य को पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिला एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी योजनाओं का स्थल निरीक्षण कर लाभुकों से वार्ता करें, योजनाओं का नियमित समीक्षा करें ताकि समस्या समाधान की ओर कार्य कर योजनाओं को ससमय पूर्ण किया जा सकें। उन्होंने कहा कि विभिन्न माध्यम से योजनाओं का व्यापक प्रचार – प्रसार कर शत प्रतिशत योग्य लाभुकों को लाभ प्रदान करें।
पुलिस विभाग की समीक्षा में जिला अंतर्गत कुल थानों, अनुसूचित जनजाति के थानों, महिला थाना, एफआईआर की स्थिति, पुलिस पिकेट आदि की समीक्षा की गई । थाना एवं वाहनों की स्थिति पर चर्चा की गई। जिला में प्रशासनिक और पुलिस स्तर पर इंटर्नल ग्रिवांस सेल के माध्यम से आमजनों की समस्याओं पर त्वरित एवं उचित कार्रवाई का निर्देश दिया गया।
बैठक में प्रशिक्षु आईएएस कुमार रजत, उप विकास आयुक्त प्रभात कुमार बारतियार, परियोजना निदेशक डीआरडीए, अपर उपायुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी तथा विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।