झामुमो नेता सुखराम हेम्ब्रम ने हूल क्रांति के शहीदों को दी श्रद्धांजलि
चांडिल। झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता सह स्वच्छ चांडिल – स्वस्थ चांडिल के संस्थापक सुखराम हेम्ब्रम ने हूल दिवस के अवसर पर संथाल हूल क्रांति के शहीद सिदो मुर्मू व कान्हू मुर्मू को श्रद्धांजलि अर्पित की। चांडिल गोलचक्कर, नीमडीह के सिंदूरपुर तथा कुकडू के हाईतिरुल स्थित सिदो कान्हू के प्रतिमा पर सुखराम हेम्ब्रम ने माल्यार्पण करके श्रद्धासुमन अर्पित किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भी उन्होंने भाग लिया।
मौके पर सुखराम हेम्ब्रम ने कहा कि अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विशाल रूप से आंदोलन खड़ा करने तथा अंग्रेजी हुकूमत की नींव को उखाड़ने में हूल क्रांति को जाना जाता है। संथाल परगना में विशाल आंदोलन के नेतृत्वकर्ता सिदो – कान्हू, चाँद – भैरव, फूलो – झानो समेत हजारों आदिवासियों ने वीरता के साथ अंग्रेजी फ़ौज के साथ लड़ाई लड़ते हुए शहीद हो गए हैं। सुखराम हेम्ब्रम ने कहा कि आदिवासी नायकों ने सीना तान कर अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लड़ाई लड़ते हुए शहीद हुए थे। स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में आदिवासियों का योगदान अतुलनीय है। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज कभी भी गुलामी और अत्याचार को स्वीकार नहीं करती हैं। चाहे स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई हो या अलग झारखंड की लड़ाई हो, हक अधिकार के लिए लड़ी गई हर लड़ाई में आदिवासियों ने अनमोल योगदान दिया है।
इस अवसर पर प्रभात सिंह, विश्वनाथ मंडल, कृष्णा महतो, प्रकाश मार्डी, हाड़ीराम सोरेन, बुद्धेश्वर गोप, गुरुपद हेम्ब्रम, महावीर मांझी, नारायण किस्कू आदि मौजूद थे।