केवल गिरिडीह लोकसभा में केंद्रित रह गई टाइगर जयराम महतो की पॉलिटिक्स – रांची से देवेंद्र तथा धनबाद से इकलाख अंसारी को किया प्रत्याशी घोषित
भाषा आंदोलन, उसके बाद खतियान व कथित 60/40 नियोजन नीति आंदोलन से झारखंड की राजनीति में उभरकर सामने आए जयराम महतो, जिन्हें उनके समर्थकों ने टाइगर की उपाधि दी है। जयराम ने इस बार लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की है। झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति नाम के संगठन का विस्तार प्रायः सभी कुड़मी बहुल लोकसभा क्षेत्र में किया है, लेकिन पूर्णतः ध्यान गिरिडीह पर केंद्रित है। वह स्वयं इस चुनावी मैदान में हैं। संगठन ने गिरिडीह लोकसभा से बतौर प्रत्याशी घोषित किया है। लोकसभा चुनाव की रणभेरी बजते ही जयराम महतो की राजनीति गिरिडीह में सिमट कर रह गई। अब वह गिरिडीह के विभिन्न क्षेत्रों में जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। गिरिडीह से बाहर उनके कदम नहीं पड़ रहे हैं।
जयराम महतो नेतृत्व वाली संगठन की तैयारी झारखंड के अन्य लोकसभा से प्रत्याशी उतारने की है। बाकायदा प्रत्यशियों के नाम की घोषणा भी किया जा रहा है। पर, गिरिडीह के बाहर जयराम महतो का कार्यक्रम नहीं हो रहा है। अब ऐसे में जयराम महतो के बिना अन्य लोकसभा सीटों पर उनका संगठन क्या प्रदर्शन करेगी? यह सबको पता है। माना जा रहा है कि झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति (जेबीकेएसएस) के अध्यक्ष इस लोकसभा चुनाव में केवल गिरिडीह सीट पर ही अपना बेहतर प्रदर्शन करने की तैयारी में है, इसके अलावा अन्य सीटों पर खास दिलचस्पी नहीं है। यह भी बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में जयराम महतो अपना शक्ति प्रदर्शन करने तथा वोट का आकलन करने की तैयारी में है। इसलिए पूरे संगठन की ऊर्जा को केवल गिरिडीह में उपयोग किया जा रहा है। लोकसभा चुनाव में जिन सीटों पर अच्छे प्रदर्शन रहेंगे, उन्हीं लोकसभा के अंदर पड़ने वाले विधानसभा सीटों पर आगामी चुनाव में ध्यान केंद्रित किया जाएगा। चूंकि, जयराम महतो और उसके समर्थकों ने शुरू से झारखंड की राज्य स्तरीय राजनीति को केंद्रित करके ही सभी आंदोलन किए हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव से कहीं ज्यादा विधानसभा चुनाव में जयराम महतो और उनके संगठन की सक्रियता देखने को मिलेगी।
प्रत्यशियों की घोषणा करने में इंडिया गठबंधन पार्ट – 2 बनकर रह गई जेबीकेएसएस
लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद सबसे पहले भाजपा ने झारखंड के 11 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की। इसके बाद भाजपा ने बचे हुए तीन सीट पर प्रत्याशी घोषित किया, जिसमें से एक सीट (गिरिडीह) को अपने सहयोगी दल आजसू की झोली में डाल दी। एनडीए गठबंधन द्वारा प्रत्याशियों के नाम की घोषणा के कई दिनों तक इंडिया गठबंधन की ओर से प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया था। कछुआ गति से इंडिया गठबंधन एक – दो करके प्रत्याशियों की घोषणा कर रही हैं। अभी भी कई सीटों पर घोषणा नहीं किया गया है। शायद इंडिया गठबंधन की राह पर जयराम महतो भी चल रहे हैं। तभी तो इंडिया गठबंधन के पीछे पीछे जेबीकेएसएस भी अपना प्रत्याशी घोषित कर रही हैं। जयराम महतो ने स्वयं को गिरिडीह लोकसभा का प्रत्याशी घोषित किया, इसके बाद आधिकारिक रूप से संगठन ने उनका नाम घोषित किया है। वहीं,
कोल्हान के सिंहभूम समेत हजारीबाग, चतरा, रांची, धनबाद, व दुमका सीट से प्रत्याशी के नाम की घोषणा की। आज ही रांची, धनबाद तथा दुमका सीट से अपने प्रत्याशी का नाम घोषित किया गया है। जेबीकेएसएस की ओर से गिरिडीह से जयराम महतो, हजारीबाग से संजय मेहता, सिंहभूम से दामोदर हांसदा, चतरा से दीपक कुमार गुप्ता, रांची से देवेंद्र महतो, धनबाद से मोहम्मद इकलाख अंसारी तथा दुमका से बेबीलता टुडू चुनावी मैदान में है। इस तरह से अधिकतर सीटों पर इंडिया गठबंधन और जेबीकेएसएस कछुआ गति से अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर रही हैं। ऐसे में जेबीकेएसएस को प्रत्याशियों के नाम घोषणा करने के मामले में इंडिया गठबंधन पार्ट – 2 कहा जा रहा है। अभी तक जमशेदपुर जैसे हॉट सीट पर इंडिया गठबंधन और जेबीकेएसएस ने प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं किया है।