जमशेदपुर : जानिए – क्यों पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने राजेंद्र विद्यालय में 44180 रुपये फीस जमा किया
जमशेदपुर। आज बहरागोड़ा के पूर्व विधायक एवं नाम्या स्माइल फाउंडेशन के संस्थापक कुणाल षाड़ंगी ने स्कूल का फीस जमा किया। उन्होंने राजेंद्र विद्यालय में 44180 रुपये का बकाया फीस जमा किया। लेकिन, इस बात पर आश्चर्य होने की बात नहीं है कि उन्होंने स्कूल की फीस क्यों जमा की है। क्योंकि इससे पहले भी अनेकों बार ऐसा हुआ है, जब कुणाल षाड़ंगी ने जमशेदपुर के विभिन्न स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान में जाकर फीस जमा किया। इस बार कुणाल षाड़ंगी ने एक छात्रा की मदद की है और उस छात्रा का बकाया फीस जमा किया।
बताया जा रहा है कि बारीडीह के रविंद्र पथ निवासी ममता देवी की पुत्री रितिका राजेंद्र विद्यालय में कक्षा नौ की छात्रा है। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय है, जिसके कारण रितिका ने काफी समय से स्कूल फीस जमा नहीं किया था। परिवार का भरण पोषण रितिका के माँ ममता देवी के कंधे पर है। ऐसी स्थिति में स्कूल का बकाया फीस जमा करने में काफी परेशानी हो रही थी। यहां तक की राजेंद्र विद्यालय की ओर से छात्रा रितिका के परिवार को नोटिस भेजकर स्कूल से निकाल देने की चेतावनी दी थी।
छात्रा रितिका की माता ने अपने परिवार की दयनीय स्थिति और बकाया स्कूल फीस की परेशानी से समाजसेवी ऋतिक चौबे को बताई थी, जिसके बाद ऋतिक चौबे ने मामले की जानकारी नाम्या स्माइल फाउंडेशन के सदस्य निधि केडिया से साझा की और मदद करने का आग्रह किया था।
पूर्व विधायक एवं नाम्या स्माइल फाउंडेशन के संस्थापक कुणाल षाड़ंगी प्रतिदिन जनता के तरफ से आने वाले समस्याओं की समीक्षा करते हैं और यथासंभव जरूरतमंद लोगों को सहयोग करते हैं। अत्यंत आवश्यक मामलों का प्राथमिकता के साथ समाधान करते हैं। इसी कड़ी में नौंवीं की छात्रा रितिका का मामला कुणाल षाड़ंगी को पता चला तो बिना देर किए तुरंत सभी बकाया फीस जमा करवा दिया। राजेंद्र विद्यालय में बकाया फीस 44 हजार 180 रुपये का भुगतान करके कुणाल षाड़ंगी ने छात्रा रितिका आगे की पढ़ाई पूरी करने को कहा।
रितिका एवं उसके परिवार ने नाम्या स्माइल फाउंडेशन और पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी के प्रति आभार जताते हुए कहा कि ऐसे कठिन समय में उनकी परेशानी समझकर मदद की, जिसे वह कभी भूला नहीं सकते। शायद इसलिए कहते हैं कि किसी जरूरतमंद की मदद करके देखो अच्छा लगता है, सुकून मिलता है। शायद पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी को भी आज बेहद सुकून महसूस हो रहा होगा, उन्हें अच्छा लग रहा है। आखिर आज उन्होंने एक छात्रा के सपनों को टूटने से बचाया है, एक परेशान माँ के आंखों में खुशियां भरने का काम किया है।