चांडिल : पत्थर खनन की शिकायत पर प्रशासन ने की छापेमारी, बंद पाया पत्थर खदान, नहीं मिली कोई मशीन
चांडिल। थाना क्षेत्र के धातकीडीह में पत्थर खनन किए जाने की शिकायत पर एसडीओ शुभ्रा रानी, जिला खनन पदाधिकारी एवं जिला प्रशासन की टीम ने छापेमारी की। लेकिन उक्त खदान बंद पाया गया और न ही किसी तरह का मशीन या वाहन पाया गया है। जिला खनन पदाधिकारी ज्योति शंकर सथपति ने बताया कि शिकायत के आधार पर पत्थर खदान की जांच की गई, जो बंद पाया गया। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान किसी तरह का मशीन जप्त नहीं किया गया है और न कोई वाहन खदान में अथवा उसके आसपस पाया गया है। उन्होंने बताया कि उक्त खदान का लीज वैध है, परंतु कुछ कारणों से तत्काल खनन पर रोक लगाने का निर्देश है।
हालांकि, खनन पदाधिकारी यह बताने में असमर्थ हैं कि खनन पर रोक लगाने का कोई आधिकारिक निर्देश जारी किया गया है अथवा नहीं। उन्होंने बताया कि तत्कालीन डीसी तथा तत्कालीन खनन पदाधिकारी के कार्यकाल में यह निर्देश जारी किया गया था, इसलिए वह स्पष्ट रूप से यह नहीं बता सकते हैं कि आधिकारिक पत्र जारी किया गया था या नहीं। पदाधिकारी द्वारा कागजातों का अध्ययन करने के बाद पूरी जानकारी देने की बात कही गई है।
खनन पदाधिकारी के बयान से साफ हो गया कि बंद पत्थर खदान को लेकर विभिन्न न्यूज़ पोर्टल पर भ्रामक खबरें प्रसारित किया जा रहा है, जिसमें आजसू नेता हरेलाल महतो का नाम घसीटा जा रहा है। इससे क्षेत्र के लोग भी असमंजस की स्थिति में है। वहीं, उन न्यूज़ पोर्टलों की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। जब टीआरपी बटोरने के लिए भ्रामक और तथ्यहीन खबरें प्रसारित होंगे तो उन पोर्टलों और चैनलों की विश्वसनीयता पर सवाल उठना स्वाभाविक है।
बताया जा रहा है कि जिस बंद पत्थर खदान को लेकर न्यूज़ पोर्टलों पर भ्रामक खबरें प्रसारित किया जा रहा है, उससे हरेलाल महतो का कोई नाता ही नहीं है। हरेलाल महतो ने बताया कि उन्हें बदनाम करने के उद्देश्य से विरोधियों द्वारा राजनीतिक षड्यंत्र रचा गया है। उन्होंने कहा कि वे ईचागढ़ विधानसभा में सक्रिय हैं और समाजसेवा कर रहे हैं, जिसका काट विरोधियों के पास नहीं है। ऐसे में षड्यंत्र के तहत बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन ऐसे षड्यंत्र को जनता भलीभांति जानती हैं और यह भी जानती हैं कि इन सब के पीछे कौन है।