झारखंड में लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया महागठबंधन के सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय
डेस्क। आज इंडिया महागठबंधन ने झारखंड प्रदेश के लिए लोकसभा सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय कर लिया है। जल्द ही इसकी आधिकारिक घोषणा की जाएगी। इंडिया महागठबंधन 7 – 5 – 1 – 1 के फॉर्मूले के तहत झारखंड में अपनी ताकत दिखाएगी। सीट शेयरिंग फॉर्मूला में कांग्रेस को सात सीट, झामुमो को पांच तथा राजद व सीपीआई को एक – एक सीट देने पर सहमति बनी है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोल्हान में जमशेदपुर के साथ ही सिंहभूम भी झामुमो के खाते में जाना तय हुआ है। वहीं, चतरा सीट राजद तथा कोडरमा सीपीआई को दी गई हैं। बताया जा रहा है कि पूर्व में झामुमो और कांग्रेस 6 – 6 सीट तथा राजद – सीपीआई को एक – एक सीट देने पर सहमति बनी थी। लेकिन सिंहभूम सांसद गीता कोड़ा के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने के बाद सीट शेयरिंग फॉर्मूले में बड़ा बदलाव किया गया है। झामुमो ने सिंहभूम सीट पर भी दावा ठोंक दिया है। स्वाभाविक है कि गीता कोड़ा के कांग्रेस छोड़ने के बाद सिंहभूम में अब कांग्रेस में ऐसा कोई प्रत्याशी नहीं है जो चुनावी मैदान में कोड़ा परिवार के खिलाफ लड़ सके। लेकिन झामुमो में ऐसे कई नेता हैं जो गीता कोड़ा को टक्कर दे सकते हैं। नई सीट शेयरिंग फॉर्मूले में झामुमो ने छह सीट के बजाय पांच सीट पर संतुष्टि जताई है।
दुमका से पूर्व सीएम हेमंत सोरेन लड़ेंगे लोकसभा चुनाव
दुमका लोकसभा सीट पर झामुमो से पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चुनाव लड़ सकते हैं, इसकी चर्चा पार्टी के अंदर चल रही हैं। झामुमो के एक कद्दावर नेता तथा पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के एक रिश्तेदार ने बताया कि दुमका सीट से हेमंत सोरेन लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं, इसको लेकर चर्चा चल रही हैं। यदि जीत की पुख्ता इंतजाम और रणनीति तैयार हो जाती है तो निश्चित रूप से हेमंत सोरेन दुमका से चुनाव लड़ेंगे। संभव हो कि जमानत न मिलने की स्थिति में जेल से ही हेमंत सोरेन चुनाव लड़ेंगे। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि वर्तमान समय में हेमंत सोरेन को जेल भेजे जाने से आदिवासियों में भाजपा के प्रति नाराजगी है। इंडिया गठबंधन आदिवासियों की इस नाराजगी को चुनाव में भाजपा के खिलाफ एक हथियार के रूप में उपयोग करने की योजना बना रही हैं। इसी योजना के तहत हेमंत सोरेन को दुमका से चुनाव लड़ाने की रणनीति तैयार किया जा रहा है।