मिड – डे – मील की तरह गिनती के बाद 43 विधायकों की वीडियो जारी की – सीएम पद के लिए राज्यपाल लेंगे विधि जानकारों का सुझाव – मौसम ने विधायकों को हैदराबाद जाने से रोका, पुनः लौटे राजकीय अतिथिशाला
रांची। कल की तरह आज भी राजनीतिक गलियारों में झारखंड की चर्चा होती रहीं। बीते 24 घंटे से अधिक समय बीत चुका है लेकिन राज्य को चलाने वाला नेतृत्वकर्ता का पद खाली है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी द्वारा गिरफ्तार कर होटवार जेल भेज दिया गया है, उन्होंने अपना इस्तीफा भी राज्यपाल को सौंप दिया है, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। वर्तमान में राज्य के मुख्यमंत्री का पद खाली है और न ही राष्ट्रपति शासन लागू है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं है कि बीते 24 घंटे से झारखंड “भगवान भरोसे” चल रही हैं।
झामुमो, कांग्रेस, राजद व माले के संयुक्त विधायक दल के नेता चंपई सोरेन ने बुधवार को 43 विधायकों के समर्थन का दावा करते हुए सरकार गठन के लिए पत्र सौंपा था, इसके बाद भी अबतक राज्यपाल ने निर्णय नहीं लिया है। हालांकि, आज शाम 5 : 30 बजे राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने विधायक दल के नेता चंपई सोरेन समेत कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, प्रदीप यादव, माले के बिनोद सिंह, राजद के सत्यानंद भोक्ता बुलाया था लेकिन यहां बात नहीं बनी। चंपई सोरेन को राज्यपाल ने प्रतीक्षा करने को कहा है। लेकिन समयसीमा नहीं बताया है। सूत्रों का कहना है कि राज्यपाल अभी विधि जानकारों से सुझाव लेने के बाद ही अपना फैसला लेंगे।
इधर, राज्यपाल द्वारा फैसला नहीं दिए जाने तथा विपक्षी भाजपा के दावों पर विराम लगाने के उद्देश्य से आज शाम सभी विधायकों ने सर्किट हाउस में अपनी गिनती की। गिनती करते हुए उसकी वीडियो बनाई और वायरल कर दी। वीडियो में देखा जा रहा है कि 43 विधायक कतार में खड़े होकर स्कूली बच्चों की तरह मिड – डे – मील की तरह एक – एक करके अपनी गिनती की। इसके बाद सभी 38 विधायक बसों में सवार होकर बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के लिए रवाना हुए, जहां दो चार्टर्ड प्लेन मौजूद थी। यहां से सीधे हैदराबाद जाने की तैयारी थी।
सभी 38 विधायक प्लेन में सवार हो चुके थे लेकिन मौसम की बेरुखी के कारण प्लेन उड़ान भरने में असफल रहीं। बताया जा रहा है कि लो विजिबिलिटी के कारण प्लेन को उड़ान भरने में परेशानी हुई। इसके चलते फ्लाइट रद्द हो गई हुई। अंततः सभी विधायक पुनः राजकीय अतिथिशाला लौट आए। गठबंधन के विधायकों में से 38 विधायक को हैदराबाद जाना था, जबकि विधायक दल के नेता चंपई सोरेन समेत पांच विधायक रांची में ही रहने की रणनीति बनी थी। खराब मौसम के कारण एटीसी ने उड़ान भरने की अनुमति नहीं दी, जिसके कारण 38 विधायक हैदराबाद नहीं जा पाए।
कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि गठबंधन के विधायकों को राज्यपाल के बाद अब मौसम ने भी साथ नहीं दी। अब कल राज्यपाल के फैसले पर सबकी नजर टिकी हुई हैं। यदि कल राज्यपाल फैसला सुनाते हैं तो संभावना है कि झामुमो, कांग्रेस, राजद व माले विधायकों का राजभवन में ही फ्लोर टेस्ट होगा।