वरिष्ठ नागरिकों ने गांधी घाट में महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि, शिवपूजन सिंह, डाॅ रागिनी भूषण और अन्नी अमृता समेत अन्य रहे मौजूद
जमशेदपुर। महात्मा गांधी की आज पुण्य तिथि है। इस मौके पर जमशेदपुर के गांधी घाट के प्रांगण में वरिष्ठ नागरिक एकत्रित हुए और गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिक मंच के अध्यक्ष शिवपूजन सिंह, मंच से जुड़े अभय सिंह, मुन्ना चौबे, साहित्यकार डाॅ रागिनी भूषण, पत्रकार सह जमशेदपुर पश्चिम की भावी उम्मीदवार अन्नी अमृता मौजूद रहीं।
यहां लोगों ने गांधी जी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया और दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। वहीं, डाॅ रागिनी भूषण और अन्नी अमृता ने ‘दे दी हमें आजादी बिना खड्ग बिना ढाल, साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल’ गीत गाए। डाॅ रागिनी भूषण ने भी गीत की प्रस्तुति दी। मंच से जुड़े सत्यनारायण ने ‘ऐ मेरे प्यारे वतन’ गाकर सबको भावुक कर दिया। वहीं, अन्य सदस्यों ने देशभक्ति की कविताएं सुनाईं।
मंच के अध्यक्ष शिवपूजन सिंह ने इस मौके पर कहा कि 1947 में गांधी जी के नेतृत्व में जन आंदोलन हुआ जिसके फलस्वरूप बगैर हथियार उठाए आजादी मिल गई क्योंकि जनता जाग गई थी। वहीं, अन्नी अमृता ने अपने संबोधन में कहा कि गांधी कभी मरा नहीं करते…वे हर उस शख्स के बीच मौजूद हैं जो अन्याय के खिलाफ बिना हथियार उठाए बिना हिंसा किए लड़ रहा है। ये जो मुद्दों को लेकर हम धरना देते हैं, ये जो हम पैदल मार्च करते हैं यही तो गांधीगिरी है। जब जब हम अन्याय के आगे घुटने टेकेंगे गांधी जी हमें हमारा हक याद दिलाएंगे। अन्नी ने कहा कि आज की पीढ़ी ‘गांधीगिरी’ शब्द का इस्तेमाल करती है, पुरानी पीढ़ी ‘गांधी के सिद्धांत’ शब्द का उपयोग करती है, पर भाव तो एक ही है और वह है बगैर हिंसा अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना।