जमशेदपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर मंदिरों में स्वच्छता अभियान शुरू हो गया है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने बहरागोड़ा स्थित चित्रेश्वर शिव मंदिर में मकर संक्रांति के अवसर पर स्वयं झाड़ू लगाकर सफाई अभियान चलाया। कुणाल षाड़ंगी ने कार्यकर्ताओं के संग मंदिर की साफ-सफाई की। वहीं, लोगों से मंदिरों को यथासंभव स्वच्छ रखने की अपील की।
अयोध्याधाम में 22 जनवरी को राम मंदिर में राम लला के विधिवत प्राण प्रतिष्ठा का समारोह है।
इस पवित्र अवसर से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक हफ्ते तक देश के मंदिरों में स्वच्छता अभियान चलाने का आह्वान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर भारतीय जनता पार्टी ने व्यापक स्तर पर मंदिरों की साफ-सफाई अभियान की शुरुआत कर दी है। सोमवार को भाजपा झारखंड प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने स्थानीय निवासियों एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के संग बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र के बहु प्रसिद्ध चित्रेश्वर शिव मंदिर में अभियान के तहत मंदिर व आसपास के क्षेत्र में साफ-सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया।
इस दौरान कुणाल षाड़ंगी ने मंदिर के गर्भ गृह से लेकर पूरे मंदिर परिसर एवं आसपास के क्षेत्र में झाड़ू लगाकर एवं कूड़ा एकत्रित कर साफ सफाई की। पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने बताया कि पांच सौ वर्ष के कठिन संघर्ष, बलिदान एवं तपस्या के बाद 22 जनवरी को अयोध्या के भव्य मंदिर में श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। इस ऐतिहासिक क्षण को लेकर भारत समेत पूरे विश्व में जो उल्लास का माहौल है वह ऐतिहासिक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर 14 जनवरी से लेकर 22 जनवरी तक अपने आसपास के सभी मंदिरों की सफाई करने का आह्वान किया गया। इसके तहत आज बहरागोड़ा प्रखंड के चित्रेश्वर शिव मंदिर के प्रांगण में सभी साथियों के माध्यम से स्वच्छता अभियान चलाया गया है।
कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि 22 जनवरी के दिन आध्यात्मिक मानचित्र में भारत पूरे विश्व पटल पर अपने आप को पुनर्स्थापित करने जा रहा है। घर में जब भी कोई खुशी व मांगलिक कार्य होता है तो हमारा रोम रोम आह्लादित होता है, प्रफुल्लित होता है और इस समय ऐसा ही महसूस हो रहा है कि कोई हमारे घर में बहुत बड़ा समारोह है।उन्होंने क्षेत्र के सभी लोगों से अपने आसपास के मंदिरों को यथासंभव साफ रखने एवं स्वच्छ रखने की अपील की है। इस दौरान सपन सेनापति, सोमू लेंका, हरदुलाल घोष, असीम सेनापति, अर्धेन्दु साहू, प्रियलाल लेंका, अमल लेंका, रविशंकर घोष, विजय लेंका, दिवाकर समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।