चांडिल : भव्य रूप से मनाई जाएगी ओलचिकी लिपि के जनक पंडित रघुनाथ मुर्मू की 119वीं जयंती
चांडिल। आगामी 23 मई को ओलचिकी लिपि के जनक, संथाली भाषा ओल गुरु पंडित रघुनाथ मुर्मू की 119वीं जयंती भव्य रूप से मानने को लेकर बैठक हुई। चांडिल प्रखंड के रामगढ़ में मांझी बाबा बाबूलाल सोरेन के प्रांगण में आयोजित बैठक में बड़ी संख्या में संथाली समाज के लोग उपस्थित हुए। इस दौरान बताया गया कि 23 मई को पंडित रघुनाथ मुर्मू जयंती कुनामी बैसाख के रूप में मनाया जाएगा। बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में TCS TATA STEEL FOUNDATION के रामचंद्र टुडू उपस्थित थे। इस दौरान उपस्थित लोगों से कहा गया कि कुनामी बैसाख के दिन सभी लोग अपने पारंपरिक परिधान में उपस्थित होकर पंडित रघुनाथ मुर्मू को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। वहीं, एऐ अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम की सफलता को लेकर चर्चा हुई, जिसमें समाज के सदस्यों को अलग अलग काम का दायित्व सौंपा गया है। बैठक में राम चांद टुडू, वीरेन तियु, लेदेम मार्डी, श्यामल मार्डी, रतन मार्डी, अर्जुन टुडू, बाबूलाल सोरेन, डॉ सत्यनारायण मुर्मू, बदरी नाथ मांझी, सत्य रंजन सोरेन, सोना राम बेसरा, लखन मांझी, दिनेश सोरेन, नरेंद्र मांझी, गोल्डन टुडू, अनिमा टुडू, सूजन किस्कू, इंद्रा मांझी आदि मौजूद थे।